Maintenance of Machines - Machinon ka Rakh rakhav - मशीनों का रखरखाव

मशीनों का रखरखाव (Maintenance of Machines) 


          Maintenance of Machines - machinon ka Rakh rakhav - मशीनों का रखरखाव

            मशीनों से अधिक तथा परिशुद्ध (Accurate) उत्पादन प्राप्त करने के लिए आवश्यक है कि उनका रख-रखाव समय-समय पर करना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि लगातार प्रयोग से मशीनों के पार्ट्स घिस जाते हैं और कुछ समय में मशीन खराब होकर बेकार हो जाती है।

            अलग-अलग प्रकार की वस्तुओं का औद्योगिक स्तर पर उत्पादन करने के लिए अनेक प्रकार की मशीनों तथा उपकरणों का प्रयोग किया जाता है। किसी उद्योग के लिए प्रयुक्त विभिन्न मशीनों तथा उपकरणों आदि के सम्मिलित रूप को प्लांट (Plant) कहते हैं। विभिन्न प्रकार के उद्योगों में अलग-अलग तरह के संयंत्र उपयोग में लाए जाते हैं।

            किसी भी वस्तु का निर्धारित स्तर पर निश्चित मात्रा में लगातार उत्पादन करने में उस संयन्त्र की प्रत्येक मशीन तथा उपकरण आदि का पूरा योगदान होता है और यह आवश्यक भी है क्योंकि संयन्त्र की किसी भी मशीन के खराब हो जाने पर उत्पादित वस्तु पर उसका बुरा व प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

              प्लांट मैंटीनेंस का महत्व इसलिए है क्योंकि इसके द्वारा प्लांट की सभी मशीनों तथा उपकरणों को चलायमान व उपयोगी अवस्था में कार्य करने के लिए हर समय उपलब्ध रखा जा सके। मशीनों इत्यादि के निरन्तर कार्य कराने व चलते रहने के कारण उनके विभिन्न भागों में घिसाव व टूट-फूट होती रहती है। 

            जिससे मशीन की एक्यूरेसी (Accuracy) कम होती जाती है और कभी वे चलते-चलते रुक भी जाती हैं तथा इसके अलावा टूट-फूट भी हो सकती हैं और जिसके कारण कोई दुर्घटना भी घट सकती है। इसलिए कुछ अन्तराल के बाद मशीनों की उचित देखभाल व मरम्मत आवश्यक है। यदि आवश्यकता हो तो क्षतिग्रस्त या दोषपूर्ण पार्ट्स को बदलकर उनके स्थान पर नये पार्ट्स को लगाया जाए। 

रख-रखाव (Maintenance) के अन्तर्गत ये निम्न कार्य आते हैं।

निरीक्षण (Inspection),

मरम्मत (Repair) 

ओवर हालिंग (Over Hauling) 

            सभी उद्योगों में किसी न किसी प्रकार का प्लांट प्रयोग किया जाता है और संयन्त्र के अनुरक्षण की आवश्यकता भी समय-समय पर पड़ती रहती है, अतः संयन्त्र अनुरक्षण उद्योगों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। लघु उद्योगों में जहाँ छोटे-छोटे संयन्त्र होते हैं वहाँ अनुरक्षण कार्य संयन्त्र के ऑपरेटर द्वारा ही सम्पन्न कर लिया जाता है परन्तु बड़े उद्योगों में अनुरक्षण के लिए अलग से विशेषता प्राप्त व्यक्तियों की सहायता ली जाती है।

            संयन्त्र अनुरक्षण के अन्तर्गत मशीनों तथा उपकरणों का सही ढंग से रख-रखाव तथा उनकी मरम्मत आदि का कार्य सम्मिलित होता है। इसके अनेक लाभ भी उद्योग को प्राप्त होते हैं जैसे बिना बाधा के उत्पादन, निष्कार्य (Idle) समय में कमी, कार्य भंग (Break Down) होने की स्थिति से बचाव तथा लाभ में वृद्धि आदि।

            अनुरक्षण केवल चलती हुई मशीनों के लिए ही आवश्यक हो, ऐसा नहीं है। अनुरक्षण की आवश्यकता तो बन्द पड़ी हुई तथा उपयोग में न आ रही मशीनों के लिए भी है, क्योंकि बन्द पड़े रहने से भी मशीनों तथा उपकरणों में संक्षारण (Corrosion), जंग (Rusting) और जाम होना (Jamming) आदि दोष हो जाते हैं। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि मशीन चाहे चल रही हो अथवा बन्द हो, चालू व बन्द दोनों ही अवस्थाओं में संयन्त्र की मशीनों व उपकरणों के अनुरक्षण की आवश्यकता होती है।

                उद्योगों के नवीनीकरण व आधुनिकीकरण के साथ मशीनों तथा उपकरणों की जटिलता भी बढ़ गई है। अत: इन मशीनों के अनुरक्षण का कार्य भी काफी जटिल हो गया है, इसी कारण आज कल उद्योगों में सुनियोजित अनुरक्षण का महत्व भी अब बढ़ गया है। 

 अनुरक्षण के लाभ (Advantages of Plant Maintenance) 

1. औद्योगिक उपकरणों की उत्पादन क्षमता सामान्य बनी रहती है। 

2. उपकरण का सेवा काल बढ़ जाता है। 

3. उपकरणों की कार्य भंग (Break Down) स्थिति से बचाव हो सकता है। 

4. उपकरण के हिस्सों तथा यंत्रावली (Mechanism) में टूट-फूट की दर में कमी आ जाती है। 

5. उत्पाद की निर्माण लागत में कमी आती है। 

6. उत्पाद की निर्माण लागत में कमी आती है। 

7. कारीगरों की दक्षता एवं कार्य क्षमता में सुधार होता है। 

8. संयन्त्र में दुर्घटना तथा कार्य भंग की स्थिति से बचाव के साथ-साथ सुरक्षात्मक कार्य व्यवस्था बनी रहती है।  

अनुरक्षण के प्रकार (Types of Plant Maintenance)  

              संयन्त्र अनुरक्षण के विभिन्न उद्देश्यों की पूर्ति के लिए संयन्त्रों मे निम्नलिखित प्रकार की अनुरक्षण सेवाएँ प्रदान की जाती हैं :


Types of Knurling Tools in Hindi

Types of Gears in Hindi


Plumber, Plumbing, Pipes in Hindi


Types of Pliers in Hindi


निवारक अनुरक्षण (Preventive Maintenance)

             औद्योगिक उपकरणों के अनुरक्षण की यह एक ऐसी पद्धति है जिसमें उपकरणों का अनुरक्षण पूर्व-निर्धारित योजना (Preplanning) के अनुसार नियमित रूप (Regularly) से किया जाता है।

          यदि मशीनों के सम्भावित दोषों तथा त्रुटियों के लिए उनका निरीक्षण, देखभाल तथा मरममत नियमित रूप से की जाती रहे तो ब्रेकडाउन (Break Down) स्थिति से काफी हद तक बचा जा सकता है और यही निवारक अनुरक्षण का उद्देश्य भी है।

                 इस प्रकार के अनुरक्षण से मशीनों की यथार्थता (Accuracy) बनी रहती है, उनका सेवाकाल बढ़ जाता है, उत्पादन में रुकावट तथा दुर्घटना आदि की सम्भावनाएँ काफी कम हो जाती हैं और उत्पाद का गुण स्तर उच्च कोटि का बना रहता है। भविष्य में होने वाली खराबी के कारण का पता लगाने के लिए प्रत्येक मशीन टूल का मियादी परीक्षण (Periodic Examination) किया जाता है। 

            इस मियादी इंसपैक्शन का मुख्य उद्देश्य मशीन टूल के खराब होने का पता लगाना होता है। विजुअल इंसपैक्शन (Visual Inspection) में मशीन टूल की विजुअल इंस्पैक्शन चार्ट के अनुसार जाँच की जाती है। यह देखना होता है कि प्रत्येक युनिट के पुजे सही हैं और ठीक तरह से काम कर रहे हैं या नहीं।

            प्रत्येक यूनिट की जाँच करके उसके अच्छा या खराब होने की स्थिति को टैस्ट चार्ट के दूसरे कॉलम में लिख दिया जाता है। किसी यूनिट के खराब होने पर अभियुक्ति कॉलम में दोष के साथ उसके सुधार के लिए अपनी अनुशंसा भी लिखते हैं। इंसपैक्शन पूरा करके टैस्ट रिपोर्ट विभाग के फारेमैन के पास जमा करा दी जाती है जिसके अनुसार आवश्यक रिकार्ड तैयार करके आगामी मरम्मत प्रोग्राम तैयार किया जाता है।

निवारक अनुरक्षण के अन्तर्गत निम्नलिखित सेवाएँ आती हैं


(अ) नियमित सर्विसिंग (Routine Servicing)

         सर्विसिंग के अन्तर्गत निम्नलिखित मूल कार्य नियमित रूप से किए जाते हैं :

(i) उपकरणों का निरीक्षण (Inspection) तथा परीक्षण (Testing)। 

(ii) मशीनों के भागों (Parts) तथा यंत्रावलियों (Mechanism) का समायोजन (Adjustment)। 

(iii) स्नेहन (Lubrication) तथा शीतलन (Cooling) प्रणाली की देखभाल। 

(iv) छोटे स्तर की कमियों तथा दोषों का सुधार ।

            नियमित सर्विसिंग करने का उत्तरदायित्व साधारणतया मशीन चलाने वाले परिचालक या ऑपरेटर का होता है, परन्तु अनुरक्षण विभाग भी इसमें उसकी सहायता करता है।

(ब) अनुसूचित मरम्मत (Scheduled Repairs)

          अन्तर्गत पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार मशीनों व उपकरणों आदि की मरम्मत व ओवर हॉलिंग का कार्य किया जाता है। पूरे वर्ष के लिए यह कार्यक्रम पहले से ही तैयार कर लिया जाता है। इस कार्यक्रम के अनुसार निम्नलिखित तीन प्रकार की मरम्मत की जाती हैं

(i) लघु मरम्मत (Minor Repairs)

        मशीन के छोटे और बड़े पुों तथा मशीन एसेम्बलियों को कार्यरत रखने के लिए यह मरम्मत की जाती है। इस प्रकार की मरम्मत का कार्य छोटे स्तर पर किया जाता है। प्रायः यह कार्य मशीन पर ही कर लिया जाता है। लघु मरम्मत की जिम्मेदारी वर्कशॉप के फिटर अथवा अनुरक्षण विभाग की होती है।

(ii) मध्यम मरम्मत (Medium Repairs)

           एक तरह से लघु प्रकार की ही ओवरहॉलिंग है जो छोटे स्तर पर पूर्व नियोजित अनूसूची (Schedule) के अनुसार की जाती है। इसके अन्तर्गत मशीनों को आंशिक रूप से खोल लिया जाता है। मशीन के दोषयुक्त अंगों अथवा भागों की आवश्यक मरम्मत करके उन्हें फिर से मशीन में लगा दिया जाता है अथवा दोषपूर्ण अंगों को बदल दिया जाता है।

           यंत्रावलियों (Mechanisms) का फिर से समायोजन (Adjustment) किया जाता है और साथ-ही-साथ मशीन के विभिन्न अंगों की सापेक्ष स्थिति व उनकी परिशुद्धता की जाँच भी की जाती है। मध्यम मरम्मत के लिए मशीन को उसकी नींव से हटाया नहीं जाता। मरम्मत करते समय मशीन को बन्द रखने का समय निर्धारित होना चाहिए जिससे कि मरम्मत कार्य में देरी न होने पाए।


(ii) वृहद् ओवरहॉलिंग (Major Overhauling)

         बड़े पैमाने पर की जाने वाली अनुसूचित (Scheduled) मरम्मत है। इसके अन्तर्गत उपकरण (Equipment) को पूरी तरह से खोल लिया (Disinental) जाता है और उसके दोषपूर्ण अंगों की मरम्मत करके पुनः लगा लिया जाता है अथवा उन्हें नये अंगों से बदल दिया जाता है। उपकरण को एसेम्बिल (Assemble) करके उसका निरीक्षण (Inspection) तथा परीक्षण (Checking) किया जाता है। 

                वृहद् ओवरहॉलिंग में किए जाने वाले सम्पूर्ण कार्य का ब्यौरा तथा इसके लिए आवश्यक समय का पूर्वानुमान मरम्मत अनुसूचि (Repair Schedule) में पहले ही लगा लिया जाता है। मरम्मत में लगने वाला वास्तविक समय पूर्व निर्धारित समय से अधिक नहीं होना चाहिए। ऊपर के विवरण से यह स्पष्ट है कि निवारक अनुरक्षण (Preventive Maintenance) से मशीनों व उपकरणों को लम्बे समय तक क्रियाशील अवस्था (Working Order) में रखा जा सकता है, उसकी कार्य भंग (Break Down) अवस्था कम की जा सकती है और उसके सेवाकाल (Service Life) को बढ़ाया जा सकता है।


   नियमित अनुरक्षण (Routine Maintenance) 

         नियमित अनुरक्षण के अन्तर्गत चक्रीय क्रम (Cyclic Order) में पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार अनुरक्षण कार्य किया जाता है। इसके अन्तर्गत यन्त्र की सफाई, स्नेहन (Lubrication), शीतलन (Cooling) प्रणाली की परख व विद्युत लाइन का निरीक्षण इत्यादि कार्य किए जाते हैं।


     अनियमित अनुरक्षण (Uncheduled Maintenance)

 अनियमित अनुरक्षण किसी मशीन की आकस्मिक व अचानक कार्य-भंग (Break Down) स्थिति में किया जाता है। यह स्थिति मशीन पर अप्रत्याशित अधिभार (Over load) के कारण भार क अनुरक्षण का प्रावधान अनुसूची (Schedule) में नहीं होता इसी कारण इसे अनियमित अनुरक्षण कहते हैं। नुरक्षण द्वारा प्रभावित मशीन की आपातकालीन मरम्मत (Emergency Repairs) की जाती है। 

              मरम्मत का स्वरूप व प्रकार कार्य की स्थिति पर निर्भर करता है। निवारक अनुरक्षण का कार्य, अर्थात् मशीनों की देखभाल व सर्विसिंग आदि सुचारू रूप से किया जाए तो कार्य-भंग (Break Down) को काफी हद तक टाला जा सकता है और इस प्रकार आपातकालीन मरम्मत की आवश्यकता कम पड़ेगी। 

 विशेष अनुरक्षण (Special Maintenance) 

             कुछ उच्च परिशुद्धता (Precision) वाली मशीनों एवं मापक उपकरणों को विशेष परिस्थितिों में बनाया जाता है और यह अपेक्षा की जाती है कि उन्हें ऐसी ही परिस्थितियों में प्रयोग किया जाए। उदाहरण के लिए, कुछ मशीनों व मापन उपकरणों का निर्माण एक निश्चित तापमान (20°C) पर किया जाता है और ये निर्देश दिए जाते हैं कि इनका उपयोग इसी तापमान पर किया जाए जिससे कि इनकी परिशुद्धता बनी रहे। इस प्रकार के रख-रखाव व देखभाल को विशेष अनुरक्षण कहते हैं।


मशीनों की ओवरहॉलिंग (Overhaulling of Machines) 

             मशीन को ठीक दशा में रखने, उसका जीवन काल बढ़ाने और उसकी परिशुद्धता (Accur के लिए आवश्यक हो जाता है कि कुछ निश्चित समय के बाद मशीन की ओवरहॉलिंग की जाए। इसमें मशीन के प्रत्येक पार्ट को खोलकर अलग कर दिया जाता है और उन्हें साफ करके तेल देकर दोबारा फिट किया जाता है। मशीन की ओवरहॉलिंग करने के लिए निम्नलिखित क्रियाएँ की जाती हैं। 

खोलना (Dismantling)

              ओवर-हॉलिंग करने के लिए मशीन के प्रत्येक पार्ट को खोलकर अलग कर दिया जाता है। मशीन को खोलने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी कर लेनी चाहिए। यदि मशीन की कार्य-विधि के बारे में जानकारी न हो तो उसे नहीं खोलना चाहिए।

           मशीन के प्रत्येक पार्ट को खोलने के बाद बोल्ट, नट, स्क्रू और छोटे-छोटे पार्ट्स आदि को एक ट्रे में डालकर रखना चाहिए। पार्टी को खोलते समय साक्षी निशानों को ध्यान में रखना चाहिए। यदि मशीन पर ऐसे निशान न दिखाई दें तो अपने निशान लगाकर पार्ट्स को खोलना चाहिए जिससे फिटिंग वाले पार्टी को दुबारा फिट करने में आसानी रहती है। 

साफ करना (Cleaning)

            मशीन के प्रत्येक पार्ट को खोलने के बाद उसे साफ किया जाता है। पार्टी को साफ करने के लिए थोड़ी देर तक मिट्टी के तेल में डुबोकर रखा जाता है और बाद में ब्रुश या साफ कपड़े के द्वारा साफ कर लिया जाता है।

चैक करना (Checking)

           प्रत्येक पार्ट को साफ करने के बाद उसे चैक करना आवश्यक होता है। इसमें यह देखा जाता है कि पार्ट में कोई खराबी तो नहीं है। किसी पार्ट में कोई खराबी दिखाई दे तो उसे ठीक कर लेना चाहिए या पार्ट को बदल देना चाहिए। 

तेल लगाना (Oiling)

         पार्ट को साफ करने के बाद उन पर तेल लगाया जाता है। पार्ट के प्रकार के अनुसार उचित ग्रेड के तेल का प्रयोग करना चाहिए। इससे पार्ट्स को जंग लगने से बचाया जा सकता है। 

एसेम्बिल करना (Assembling)

                पार्ट्स को साफ करने और तेल लगाने के बाद फिर से एसेम्बिल किया जाता है। पार्ट को फिट करने के लिए अधिक ताकत का प्रयोग नहीं करना चाहिए और जिस स्थान पर पार्ट्स को जोड़ना हो वह साफ-सुथरा होना चाहिए।

साक्षी निशानों (Witness Marks) 

               फिटिंग वाले पार्ट्स के साक्षी निशानों (Witness Marks) को ध्यान में रखकर फिट करना चाहिए। पार्ट्स को जोड़ते समय साथ-साथ चैकिंग भी करते रहना चाहिए कि पार्ट्स ठीक तरह से फिट हो रहे हैं कि नहीं। पूरी मशीन को एसेम्बिल करने के बाद चैक करना चाहिए कि यह अपना कार्य भलीभाँति करती है कि नहीं। यदि कोई कमी हो तो उसे पूरा कर देना चाहिए। 

साविधानियाँ (Precautions)


1. ओवरहॉलिंग करने से पहले मशीन के बारे में पूरी तरह से जानकारी कर लेनी चाहिए। 

2. पार्ट्स को खोलते समय साक्षी निशानों (Witness Marks) को ध्यान में रखना चाहिए। यदि ऐसे निशान दिखाई न दें तो अपने निशान लगा लेने चाहिएँ। 

3. पार्टी को साफ करने के बाद दुबारा फिट करते समय ध्यान रखना चाहिए कि उन पर मिट्टी आदि न लगने पाए।

4. नट, बोलट, स्क्रू व छोटे-छोटे पार्ट्स को एक ट्रे में डालकर रखना चाहिए। 

5. पार्ट्स को खोलने या फिट के लिए उचित टूल्स का प्रयोग करना चाहिए। 

6. पार्ट्स को साफ करने के बाद अवश्य चैक कर लेना चाहिए कि वे कार्य करने योग्य हैं कि नहीं। यदि आवश्यकता हो तो उन्हें ठीक कर लेना चाहिए अथवा बदल लेना चाहिए।


English Translate


          Maintenance of machines


            To get more and accurate production from machines, it is necessary to maintain them periodically.  Because with constant use, the parts of the machines are worn out and in some time the machine becomes defective and useless.

             Many types of machines and equipment are used to produce different types of goods on an industrial scale.  Plant is the combined form of various machines and equipment used for an industry.  Different types of plants are used in different types of industries.

             Every machine and equipment etc. contributes to the continuous production of any item in a fixed quantity at the specified level, and it is also necessary because if any machine of the plant gets damaged, its bad and adverse on the product produced.  have an impact on.

               The importance of plant maintenance is because it allows all the machines and equipment of the plant to be available at all times to operate in a running and useful state.  Due to the continuous operation of machines etc., they continue to wear and break in various parts.

             Due to which the accuracy of the machine decreases and sometimes they stop on the move and in addition there can be wear and tear and due to which an accident can also happen.  Therefore after some interval proper care and repair of machines is necessary.  If needed, new parts should be replaced by damaged or defective parts.

 These are the following tasks under Maintenance.

 Inspection,

 Repair

 Over hauling

             Some type of plant is used in all industries and the need for plant maintenance also comes from time to time, hence plant maintenance occupies an important position in the industries.  In small-scale industries, where small plants are there, maintenance work is done by the operator of the plant itself, but in large industries, the help of differently-abled persons is taken for maintenance.

             Plant maintenance includes the maintenance of machines and equipment and their repair etc.  Many of its benefits also accrue to the industry such as production without hindrance, reduction in idle time, avoidance of break down and increase in profits.

             Maintenance is required only for moving machines, it is not.  Maintenance is also required for closed and unused machines, because even due to shutdown, defects in machines and equipment are corrosion, rusting and jamming.  This makes it clear that whether the machine is running or shut down, both the on and off conditions require maintenance of plant machines and equipment.

                 With the renovation and modernization of industries, the complexity of machines and equipment has also increased.  Therefore, the work of maintenance of these machines has also become quite complex, that is why the importance of planned maintenance in industries has increased nowadays.

  Advantages of Plant Maintenance

 1. The production capacity of industrial equipment remains normal.

 2. The service life of the equipment increases.

 3. Break down of devices can be avoided.

 4. The rate of wear and tear in the parts and mechanisms of the apparatus decreases.

 5. The manufacturing cost of the product decreases.

 6. The manufacturing cost of the product decreases.

 7. The efficiency and work efficiency of artisans improves.

 8. Protective work arrangements are maintained in the plant along with protection from accident and breach of situation.

 Types of Plant Maintenance

               The following types of maintenance services are provided in the plants for meeting the various objectives of plant maintenance:


 Preventive Maintenance

              This is a method of maintenance of industrial equipment in which maintenance of equipment is done regularly according to preplanning.

           If the machines are inspected, looked after and repaired regularly for possible faults and errors, then the Break Down situation can be avoided to a great extent and that is the purpose of preventive maintenance.

                  This type of maintenance maintains the accuracy of the machines, increases their service life, reduces the chances of production interruptions and accidents, and reduces the quality level of the product.  Periodic Examination of each machine tool is done to find out the cause of future malfunctions.

             The main purpose of this term inspection is to detect machine tool malfunctions.  In Visual Inspection, the machine tool is checked according to the visual inspection chart.  It is to be seen whether the components of each unit are correct and functioning properly.

             The status of each unit is checked or written down in the second column of the test chart.  In case of malfunction of a unit, it also writes its recommendation for improvement with defect in the accused column.  After completing the inspection, the test report is submitted to the department's foreman, according to which the necessary repair program is prepared by preparing the necessary records.

 The following services come under preventive maintenance


 (A) Routine Servicing

          The following basic tasks are regularly done under servicing:

 (i) Inspection and testing of equipment.

 (ii) Adjustment of parts and mechanisms of machines.

 (iii) Lubrication and cooling system care.

 (iv) Correction of small scale deficiencies and defects.

             The responsibility of regular servicing is usually that of the operator or operator running the machine, but the maintenance department also assists him.

 (B) Scheduled Repairs

           Under the pre-planned program repair and over-hauling work of machines and equipment etc. is done.  This program is prepared in advance for the whole year.  According to this program the following three types of repairs are done

 (i) Minor Repairs

         This repair is done to keep small and large parts of the machine and machine assemblies functioning.  This type of repair is done on a small scale.  Usually this work is done on the machine itself.  The responsibility of minor repairs is with the workshop fitter or maintenance department.

 (ii) Medium Repairs

            In a way, there is only a minor type of overhauling that is done on a small scale according to a pre-planned schedule.  Under this, the machines are partially opened.  The defective parts or parts of the machine are repaired and repaired or replaced by faulty parts.

            The adjustment of the mechanisms is done and the relative position and precision of the various parts of the machine are also checked simultaneously.  The machine is not removed from its foundation for moderate repair.  While repairing, the time of shutdown of the machine should be fixed so that the repair work is not delayed.


 (ii) Major overhauling

          Scheduled repairs are done on a large scale.  Under this, the equipment is completely opened (Disinental) and its defective organs are repaired or repositioned or replaced with new organs.  The equipment is assembled and inspected and inspected.

                 The details of the entire work to be done in major overhauling and the time required for this are already forecast in the repair schedule.  The actual repair time should not exceed the predetermined time.  From the above description, it is clear that Preventive Maintenance can put machines and equipment in working order for a long time, reduce its Break Down state and its service period.  (Service Life) can be extended.


         Routine Maintenance

          Under regular maintenance, the maintenance work is carried out according to the pre-planned schedule in the Cyclic Order.  Under this, cleaning, lubrication, testing of the cooling system and inspection of the power line are done.


      Uncheduled Maintenance

  Irregular maintenance is done in case of accidental and sudden break down of a machine.  This situation is not provided in the schedule of maintenance of load due to unexpected overload on the machine and hence it is called irregular maintenance.  Emergency repairs of the affected machine are done by maintenance.

               The form and type of repair depends on the condition of the work.  Preventive maintenance work, ie, maintenance and servicing of machines, etc. can be avoided to a large extent if the break down is done smoothly and thus the need for emergency repairs will be reduced.

  Special Maintenance

              Some high precision machines and measuring instruments are made under special conditions and it is expected that they be used under similar conditions.  For example, some machines and measuring instruments are manufactured at a certain temperature (20 ° C) and are instructed to use them at the same temperature to maintain their precision.  This type of maintenance and care is called special maintenance.


 Overhaulling of Machines

              To keep the machine in good condition, extend its life span, and its precision (Accur requires that the machine be overhauled after a certain period of time. Each part of the machine is separated by opening and cleaning them  The oil is re-fitted by giving the following actions for overhauling the machine.

 Dismantling

               Each part of the machine is opened and separated to perform over-holing.  Before opening the machine, complete information about it should be made.  If there is no information about the working of the machine, it should not be opened.

            After opening each part of the machine, bolts, nuts, screws and small parts etc. should be put in a tray.  Witness marks should be kept in mind while opening the party.  If such marks do not appear on the machine, then the parts should be opened by placing their marks, which makes it easier to fit the fitting party again.

 Cleaning

             Each part of the machine is cleaned after opening it.  The party is then immersed in kerosene for a short period of time to be cleaned and later cleaned with a brush or a clean cloth.

 Checking

            After cleaning each part, it is necessary to check it.  It is seen that there is no defect in the part.  If there is any defect in any part, then it should be fixed or the part should be replaced.

 Oiling

          After cleaning the part, oil is applied on them.  Depending on the type of part, appropriate grade oil should be used.  This can prevent parts from rusting.

 Assembling

                 Parts are reassembled after cleaning and oiling.  The part should not use much strength to fit and the place where the parts are to be attached should be clean.

 Witness Marks

                Witness Marks of fitting parts should be fitted keeping in mind.  While adding the parts, one should also keep checking whether the parts are fitting properly or not.  After assembling the entire machine one should check whether it performs its job well or not.  If there is any deficiency, it should be completed.

 Precautions


 1. Complete information about the machine should be done before overhauling.

 2. Witness Marks should be kept in mind while opening the parts.  If such marks are not visible then you should put your marks.

 3. After cleaning the party again, while fitting again, care should be taken not to put soil on them.

 4. Nuts, bolts, screws and small parts should be put in a tray.

 5. Proper tools must be used to open or fit parts.

 6. After cleaning the parts must be checked whether they are workable or not.  If needed, they should be corrected or replaced.